जूनागढ़ बीकानेर
जी हाँ दोस्तों सही पढ़ा आपने आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले है की अगर आपने जूनागढ़ का किला बीकानेर घूमने का मन बना लिया है तो यह पोस्ट आपके काम की हो सकती है |
तो इस ब्लॉग के माध्यम से जूनागढ़ को लेकर जो उत्सुकता आपके मन में रहती है जो सवाल आप गूगल से पूछते है उसी के बारे में हम आपको यहाँ आपके एक एक सवाल का जवाब देने वाले है |
(1) जूनागढ़ का इतिहास क्या है क्या है इसके पीछे की कहानी ?
शुरू करने से पहले हमें जूनागढ़ के नाम का अर्थ पता होना चाइए जिसका मतलब है " पुराना किला " |
इस से पहले इसे चिंतामणि के नाम से भी जाना जाता था
जूनागढ़ के इतिहास में निर्माण के बारे में यूँ तो कई मान्यताए है पर कहते है जूनागढ़ किले का निर्माण कार्य की शुरुवात 1478 में राव बीका जी द्वारा की गई थी उस समय तक सिर्फ पत्थरों का किला था उस समय उसे बीकानेर का किला के नाम से जानते थे |
इस किले को जीतना न के बराबर थे परन्तु कुछ लोगो के अनुसार कामरान ने इस पर सिर्फ एक दिन का कब्ज़ा किया था
फिर आये बीकानेर के राजा रायसिंह जिन्होंने इसके निर्माण कार्य को फिर से शुरू किया 17 फ़रवरी 1589 को और निर्माण तक आते आते 17 जनवरी 1594 को पूर्ण रूप लिया |
राजा राय सिंह जी ने ही इस किले को भव्य रूप दिया और रायसिंह जी को वास्तुकला का अनुपम ज्ञान था |
(2) जूनागढ़ में द्वार कितने है किस गेट से एंट्री मिलती है |
जूनागढ़ में कुल 7 द्वार है जिसे प्रोल दरवाजा गेट भी कहते है | जो की इस प्रकार है |
1. करण ध्रुव - मुख्य द्वार
2 . सूरज पोल - मुख्य द्वार या यूँ कहे की वर्तमान एंट्री गेट
3 . दौलत पोल (डबल दो गेट ) - यहाँ पर जो महिलाए सत्ती हुई थी उनके हाथो के निशान है |
4. चाँद पोल
5. फ़तेह पोल
6. करण पोल
(3 ) जूनागढ़ में महल कौन कौन से है ?
जूनागढ़ में महल तो कई बनाये गए है पर दर्शको के लिए इन में से कुछ ही देखने के लिए उपलब्ध है जेसे की -
1. करण महल
2. फूल महल
3. अनूप महल
4. चन्द्र महल
5. गंगा महल
6. बादल महल
(3 ) जूनागढ़ को देखने का सही महीना कौन सा है |
जूनागढ़ को 12 महीने में कोई से भी महीने में आप देख सकते है पर आपको वहा सेलानी भी मिले और बीकानेर की प्रचंड गर्मी आपको न सताए इसके लिए आप जूनागढ़ को -
नवम्बर से मार्च तक में देखने का प्लान बनाये ताकि बीकानेर की सर्दी का भी मज़ा आप ले सके
(4 ) जूनागढ़ को देखने का सही समय कौन सा है |
जूनागढ़ सुबह 10 से शाम 4:30 तक खुला रहता है और इसे देखने के लिए कम से कम 2 से 3 घंटे तक का समय लग सकता है
(5 ) जूनागढ़ को देखने का प्रवेश शुल्क एंट्री फीस क्या है |
जूनागढ़ की फीस में बढ़ोतरी होती रहती है और यह ब्लॉग 9 जनवरी 2024 को लिखा गया है तो जब आप इसे पढ़ रहे हो तो बढ़ोतरी का अंदाजा लगा ले |
- भारतीयों के लिए : 50 प्रति व्यक्ति
- विदेशियों के लिए : 300 प्रति व्यक्ति
- भारतीय छात्रों के लिए : 30 प्रति व्यक्ति
- विदेशी छात्रों के लिए ज : 150 प्रति व्यक्ति
(5 ) जूनागढ़ तक पहुचे कैसे ?
(A) बीकानेर स्टेशन से आप टैक्सी वाले को जूनागढ़ बीकानेर छोड़ ना है बोलना है और अधिकतम 20 रूपये देकर आप जूनागढ़ के आगे उतर सकते है |
(B) बस स्टैंड से आप टैक्सी वाले को जूनागढ़ बीकानेर छोड़ ना है बोलना है और अधिकतम 30 रूपये देकर आप जूनागढ़ के आगे उतर सकते है |
(C) एअरपोर्ट से आप बस वाले को जूनागढ़ बीकानेर छोड़ ना है बोलना है और अधिकतम 50 रूपये देकर आप मियुजियम चौराहे पर उतर सकते है आगे अधिकतम 20 रूपये देकर आप जूनागढ़ के आगे उतर सकते है |
(6 ) अब भी कोई सवाल बचा है ?
अब भी अगर कोई सवाल बचा है तो आप कमेंट कर सकते है और अपने सवाल पूछ सकते है |
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